पपीहे की मीठी तानों में,
अन्नों के मीठे दानों में,
गणगौर पूजती नारी में,
लहकी महकी अमराई में,
नव हर्ष दिखाई देता है।
नववर्ष बधाई देता है।
कृषकों के फूले खेतों में,
हर्षित हो खिलते फूलों में,
गए समय की सीखों में,
अगामी कल की चाहों में,
नव जोश दिखाई देता है।
मधुमास बधाई देता है।
सृष्टि के निर्माण दिवस में,
विष्णु के अवतार दिवस में,
प्रकृति पुरुष समागम में,
महके तरू वन उपवन में,
नव जन्म दिखाई देता है।
नव पर्व बधाई देता है।
मधुमास बधाई देता है।
नववर्ष बधाई देता है।
~ बोधमिता