दिल की बात, धीरे से कहती हूँ, हौले से सुनना मैं शब्द हूँ ,मुझको भावों में, पिरो कर सुनना ।।
मस्ती का नाम है छुट्टी,छुट्टी का नाम है मस्ती
अपने बचपन के दिन याद आ गए ...
वाकई ! आपने बचपन की यादें ताज़ा कर दीं !
धन्यवाद साधना वैद जी, अंजू जी, रश्मि प्रभा दीदीमेरा सौभाग्य है की आप सभी मेरी रचनाएँ पढ़तीं हैं।
मस्ती का नाम है छुट्टी,छुट्टी का नाम है मस्ती
जवाब देंहटाएंअपने बचपन के दिन याद आ गए ...
जवाब देंहटाएंवाकई ! आपने बचपन की यादें ताज़ा कर दीं !
जवाब देंहटाएंधन्यवाद साधना वैद जी, अंजू जी, रश्मि प्रभा दीदी
जवाब देंहटाएंमेरा सौभाग्य है की आप सभी मेरी रचनाएँ पढ़तीं हैं।