vyakulta
एक आवरण में समा जाने के लिए,
मै व्याकुल हूँ 'तुझे' पा जाने के लिए |
दीयों में रौशनी सदैव झिलमिलाने के लिए
मै व्याकुल हूँ 'बाती' बन जाने के लिए |
कुछ कदम उठते हैं डगमगाने के लिए,
मै व्याकुल हूँ उन्हें 'थाम' लेने के लिए |
मुख में वाणी मिठास बिखेरने के लिए,
मै व्याकुल हूँ 'जिह्वा' बन जाने के लिए |
पौधों में पुष्प खिलखिलाने के लिए,
मै व्याकुल हूँ 'तितली' बन जाने के लिए |
सागर में नदियाँ मिल जाने के लिए
मै व्याकुल हूँ 'धरा' बन जाने के लिए |
~बोधमिता
antim line me hi sab kuchh hai...:)
जवाब देंहटाएंmain vyakul hoon dhara ban jane ke liye:)
bahut behtareen Meeta:)
dhanyawad dada..
जवाब देंहटाएंsuperb .........dhar ban jana kaha itna aasan hota hain :)
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