कभी अच्छी तो कभी
बहुत बुरी जिंदगी
गुजार रही हूँ मैं
तुम्हारे बिना ।
कभी छोटी सी
बात गुदगुदाती है
कभी सुई मात्र
गिरने से
काँप जाती हूँ मैं
तुम्हारे बिना ।
कोयल का गाना
बहुत प्यारा है यहाँ
पर जब हवा मुझे
छू कर गुजरती है
तब विष बुझे बाण
सी लगाती है मुझे
तुम्हारे बिना ।
सूरज का बाल रूप
बहुत मनमोहक
और लुभावना है
फिर भी मन कोई
गीत गाता नहीं
तुम्हारे बिना ।
~बोधमिता .
बहुत बुरी जिंदगी
गुजार रही हूँ मैं
तुम्हारे बिना ।
कभी छोटी सी
बात गुदगुदाती है
कभी सुई मात्र
गिरने से
काँप जाती हूँ मैं
तुम्हारे बिना ।
कोयल का गाना
बहुत प्यारा है यहाँ
पर जब हवा मुझे
छू कर गुजरती है
तब विष बुझे बाण
सी लगाती है मुझे
तुम्हारे बिना ।
सूरज का बाल रूप
बहुत मनमोहक
और लुभावना है
फिर भी मन कोई
गीत गाता नहीं
तुम्हारे बिना ।
~बोधमिता .